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दिनांक- 03 अगस्त 2016
दिन - बुधवार
संवत्सर नाम - सौम्य
विक्रम संवत- 2073
शक संवत -1938
अयन - दक्षिणायन
गोल - उत्तर
ऋतु - वर्षा
मास - श्रावण
पक्ष - शुक्ल पक्ष
तिथि- प्रतिपदा
नक्षत्र - श्लेषा
योग - व्यतिपात
करण- किंस्तुघ्न
दिशा शूल- उत्तर दिशा में
ब्रह्मा जी ने सर्वप्रथम वेदों की शिक्षा अपने पूत्र मरीच को दिया ।
जिन्दगी हंसाये तब समझना चाहिए की अच्छे कर्मों का फल मिल रहा है और जब जिंदगी रुलाये तब समझना चाहिए की अच्छे कर्म करने का समय आ गया है ।
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