शराब के धंधेबाजों सहित पुलिस पर बड़ी कार्रवाई
पुलिस वाले नपे,तो धंधेबाजों के घरों की होगी नीलामी
गोपालगंज से मुकेश कुमार सिंह की दो टूक---गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई 19 मौत की घटना के बाद अब धंधेबाजों और इस घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है ।
इसी कड़ी के तहत नगर थाना के खजूर बाड़ी में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 8 घरों को सील कर दिया है ।यह कार्रवाई डीएम के आदेश पर उत्पाद विभाग की टीम ने की ।डी.एम.राहुल कुमार के मुताबिक बहरहाल वैसे 8 घरों को सील किया गया है जो इस शराब काण्ड के मुख्य अभियुक्तों के हैं ।
डीएम के मुताबिक रीता देवी के 2 आवासीय परिसर, छठू पासी, कन्हैया पासी, नगीना पासी, इंदु देवी, लालबाबू पासी और बिंदा पासी के एक-एक आवासीय परिसर सील किये गए हैं ।डी.एम.के मुताबिक सील किये सभी घरों को जब्त करने और उसके बाद नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है ।
इसके लिए सम्बंधित विभागों के पदाधिकारियों को आदेश जारी कर दिया गया है ।गौरतलब है की गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 19 लोगो की मौत हो गयी थी जबकि 5 लोग जो जिन्दा बच गए थे वे अब अंधेपन के शिकार हो गए हैं ।
इस बड़ी घटना के बाद नगर थाना के सभी 29 पुलिस पदाधिकारियों और कर्मिओं को सामूहिक रूप से ससपेंड कर दिया गया था ।जबकि इस अवैध शराब के धंधे में सलिप्त 9 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तर कर पहले ही जेल भेज दिया है ।
बिहार में शरबबन्दी के बाद यह पहली बड़ी घटना थी जिसमें इतनी संख्यां में मौत हुयी ।इस घटना ने सरकार के जल्दबाजी में लिए गए शराबबंदी के फैसले को थोड़ा बल जरूर दिया । इस घटना में सबसे अहम् बात यह रही की मृतकों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह शराब नहीं बतायी गयी ।प्रशासनिक ढंग से उस वक्त कितनी सोची--समझी चालाकी दिखाई गयी होगी,इसे सभी समझ सकते हैं । लेकिन सूबे के मुखिया नीतीश कुमार के ठोस पहल ने इस मौत के सच को बेपर्दा कर दिया ।इस मामले में नीतीश जी बधाई के पात्र हैं ।दोषियों के खिलाफ शख्त कार्रवाई भी हो रही है,जो यह जाहिर करने के लिए काफी है की बिहार में पूर्ण शराबबंदी,नीतीश कुमार का महानतम लक्ष्य बन चुका है ।
पुलिस वाले नपे,तो धंधेबाजों के घरों की होगी नीलामी
गोपालगंज से मुकेश कुमार सिंह की दो टूक---गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई 19 मौत की घटना के बाद अब धंधेबाजों और इस घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है ।
इसी कड़ी के तहत नगर थाना के खजूर बाड़ी में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 8 घरों को सील कर दिया है ।यह कार्रवाई डीएम के आदेश पर उत्पाद विभाग की टीम ने की ।डी.एम.राहुल कुमार के मुताबिक बहरहाल वैसे 8 घरों को सील किया गया है जो इस शराब काण्ड के मुख्य अभियुक्तों के हैं ।
डीएम के मुताबिक रीता देवी के 2 आवासीय परिसर, छठू पासी, कन्हैया पासी, नगीना पासी, इंदु देवी, लालबाबू पासी और बिंदा पासी के एक-एक आवासीय परिसर सील किये गए हैं ।डी.एम.के मुताबिक सील किये सभी घरों को जब्त करने और उसके बाद नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है ।
इसके लिए सम्बंधित विभागों के पदाधिकारियों को आदेश जारी कर दिया गया है ।गौरतलब है की गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 19 लोगो की मौत हो गयी थी जबकि 5 लोग जो जिन्दा बच गए थे वे अब अंधेपन के शिकार हो गए हैं ।
इस बड़ी घटना के बाद नगर थाना के सभी 29 पुलिस पदाधिकारियों और कर्मिओं को सामूहिक रूप से ससपेंड कर दिया गया था ।जबकि इस अवैध शराब के धंधे में सलिप्त 9 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तर कर पहले ही जेल भेज दिया है ।
बिहार में शरबबन्दी के बाद यह पहली बड़ी घटना थी जिसमें इतनी संख्यां में मौत हुयी ।इस घटना ने सरकार के जल्दबाजी में लिए गए शराबबंदी के फैसले को थोड़ा बल जरूर दिया । इस घटना में सबसे अहम् बात यह रही की मृतकों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह शराब नहीं बतायी गयी ।प्रशासनिक ढंग से उस वक्त कितनी सोची--समझी चालाकी दिखाई गयी होगी,इसे सभी समझ सकते हैं । लेकिन सूबे के मुखिया नीतीश कुमार के ठोस पहल ने इस मौत के सच को बेपर्दा कर दिया ।इस मामले में नीतीश जी बधाई के पात्र हैं ।दोषियों के खिलाफ शख्त कार्रवाई भी हो रही है,जो यह जाहिर करने के लिए काफी है की बिहार में पूर्ण शराबबंदी,नीतीश कुमार का महानतम लक्ष्य बन चुका है ।
No comments:
Post a Comment