![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhLiOvdJPPAxnnf2p6IWRNjEWOCJJME8QZGa9W-XwPCPix0mVomCj1k5glovXkjRIiwvxVjudT5qtu1BC8NOAI2uH1Y2U6Z6rxoRZuDdyMrmsMAcobYsDlrtJs7fHhi3njhK10cQQDoZYY/s320/IMG-20160807-WA0002.jpg)
यहां के थानेदार डीजीपी से कम नहीं
रुतबे और ठाठ की तो पूछिये मत
टेबुल पर अपराध की फाईल की जगह कुत्ते फरमाते है आराम
मुकेश कुमार सिंह की दो टूक----
सहरसा पुलिस के कारनामें में रोज एक नया सितारा जुड़ रहा है ।किसी मामले के अनुसंधान में यहां के पुलिस अधिकारी की गति मंथर और एक पक्षीय हो,यह कोई ख़ास बात नहीं है ।लेकिन आज हम एक तस्वीर के साथ हाजिर हो रहे हैं जिस तस्वीर के माध्यम से हमारे पाठक यह पूरी तरह से समझ जाएंगे की सहरसा पुलिस अपने कर्तव्य को लेकर कितनी जागृत और समर्पित है ।देखिये यह है सदर इंस्पेक्टर तुलसी राम के चेंबर के ठीक बाहर का नजारा ।एक टेबुल है जिसपर साहेब फाइलों का निपटारा करते हैं ।लेकिन शायद काम नहीं है,तो टेबुल खाली है ।लेकिन टेबुल पर देखिये कौन साहब आराम फरमा रहे हैं ।मिस्टर डॉग बड़े आराम से टेबुल पर बैठकर राहत और सुकून बटोर रहे हैं ।हम कुछ भी कहेंगे तो बड़े साहब लोग बुरा मान जाएंगे ।जनता जनार्दन इस तस्वीर को देखकर खुद फैसला करे की यह तस्वीर सहरसा पुलिस की छवि में किस कदर चार चाँद लगा रही है ।सहरसा पुलिस को हमारा नमन है ।
No comments:
Post a Comment